'समस्याएं जिंदगी भर रहेंगी। हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है। ईमानदारी से प्रयास करते रहें। अपना शत-प्रतिशत झौंक दें। आपका सफल होना तय है।
Ó यह कहना है संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2015 में 170वीं रैंक के साथ चयनित हुए बीकानेर के रासीसर गांव के निवासी प्रेमसुख डेलू का।
डेलू शुक्रवार को सूचना केन्द्र सभागार में पाठकों को सफलता के टिप्स बता रहे थे। उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आप जिस संस्था की परीक्षा दे रहे हैं, उसके पैपर पेटर्न की जानकारी आपको होनी चाहिए। उसके पुराने पेपर्स आपके पास रहें।
बेतरतीब किताबें पढऩे की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्र प्रतिदिन पढऩे चाहिए। इनके राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय समाचारों के अलावा खेल, सम्पादकीय और विविध खबरों की जानकारी होनी जरूरी है।
रहें 'टेंशन फ्रीÓ
उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान 'टेंशन फ्रीÓ रहें। प्रश्न और उनके विकल्पों को सावधानी से पढं़े। उन्होंने विद्यार्थियों को सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना की सीख दी।
डेलू का सम्मान आज
अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा में अखिल भारत स्तर पर 170वीं रैंक हासिल कर बीकानेर के प्रेमसुख डेलू का शनिवार सुबह 10 बजे कृषि मंडी स्थित किसान भवन सभागार में सम्मान समारोह होगा।
पुलिस उपनिरीक्षक राजाराम लेघा ने बताया कि समारोह में डेलू सेवा में अपने चयन को लेकर अनुभव बताएंगे।
तय किया पटवारी से आइएएस तक का सफर
3 अप्रैल 1988 को जन्मे डेलू ने बताया कि उन्होंने बारहवीं कक्षा की शिक्षा चौपड़ा स्कूल से तथा बाद में एमए इतिहास की परीक्षा राजकीय डूंगर कॉलेज से दी। सबसे पहले पटवारी परीक्षा में चयनित हुए।
फिर सहायक जेलर और वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में राजस्थान टॉप किया। इसके बाद स्कूल व्याख्याता और वर्ष 2012 में आरएएस में चयन हुआ। उन्होंने नेट जेआरएफ और सेट की परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की।
वे वर्तमान में अजमेर में तहसीलदार पद का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय तथा सूचना केन्द्र के पाठकों द्वारा उनका अभिनंदन किया गया।
No comments:
Post a Comment